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beghel gotra list 2017

गुजरात में वाघेला / वाघेला / बगेल वंश ने गुजरात के इतिहास में सबसे प्राचीन राजवंशों में से एक है। वघेला राजवंश ढोलका शहर में केंद्रित था। वाघेला सोलंकी राजवंश की छत्र के नीचे अस्तित्व में आया था सोलंकी ने मध्ययुगीन इतिहास के शुरुआती चरण में गुजरात पर शासन किया जो कि 10 वीं से 13 वीं शताब्दी है। वाघेला, क्षत्रिय नाम हिंदू धर्म के चार वर्णों में से एक है। इसमें वेदों और मनु के नियमों के अनुसार पारंपरिक वैदिक-हिंदू समाज व्यवस्था के सैन्य और महान आदेश शामिल हैं। भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर सभी इस सामाजिक व्यवस्था से संबं   बघेल गोत्र लिस्ट  Gotra List * Bamania * Tomar * Segar * Sisodia * Becholia * Katrya * Kachwaha * Ahir * Bhindwar * Chandel * Spah * Kokende * Rotella * Hiranwar * Baniaa * Thanmbar * Fulsungha * Raraya * Reyar * Mohaniya * Nigote * padariya * Sriswar * Pindwar/Pandwar * Kunwar * Suraha * Mashaniya * Hans * Kumiya * Padriya * Sagr * Dugele...

History OF baghel SAMAJ

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History of baghel Samaaj Gaderia Samaaj - गडरिया, धनगर   समाज   के   नाम सन्देश सभी धनगर,  गडरिया  भाइयो को सूचित किया जाता है कि सभी भाई अपनी कौम की खातिर अपना योगदान करे | ये बात सत्य है की धनगर समाज भारत की प्राचीन जातियों में से एक है | हमारे समाज ने पूरे विश्व को अपना अनोखा योगदान दिया है | जैसे “मेष“ राशी , “मेष” राशी सभी राशियों में पहली व सर्वोतम राशी है | आसमान में मोजूद नक्षत्रमंडल में “aries” या “मेष “ अपने आप में धनगर समाज के पुराने गौरव को दर्शाता है जिसकी खोज या उसका नामकरण किसी “गड़ेरिया” या “धनगर“ ने की होगी | “आर्या” जो की या तो भारत से बहार गए थे या बहार से भारत आये थे | परन्तु वे अपने साथ “गढ़” अर्थात “भेड़” “बकरी” रखते थे इसीलिए उन्हें “गढ़” + “आर्य” अर्थात “गडरिया” कहलाये | “देवनागरी” व “संस्कृत” भाषा “गडरिया” लोगो की ही देन है| ये बात भी सत्य है की “वेद” ग्रन्थो की रचना “आर्यों” अर्थात “गढ़ार...